वीडियो जानकारी: 30.01.25, संत सरिता, गोवा <br /><br />Title: महिलाओं को खूबसूरती और 'लुक्स' पर नौकरी देने वाले || आचार्य प्रशांत (2025)<br /><br />विवरण:<br />आचार्य प्रशांत इस चर्चा में समाज में महिलाओं की स्थिति और उनके वस्तुकरण (objectification) पर गहरी दृष्टि डालते हैं। प्रश्नकर्ता HR क्षेत्र में कार्यरत हैं और वे साझा करती हैं कि नौकरियों में महिलाओं का चयन उनके कौशल से अधिक उनकी शारीरिक बनावट और व्यक्तित्व पर निर्भर करता है। आचार्य जी इस पर प्रकाश डालते हैं कि यह समस्या केवल नौकरी तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरी परवरिश और सामाजिक ढांचे में गहराई से जुड़ी हुई है।<br />आचार्य जी बताते हैं कि जब विवाह जैसे महत्वपूर्ण फैसले भी स्त्रियों की देह को प्राथमिकता देकर लिए जाते हैं, तो नौकरियों में यही दृष्टिकोण क्यों नहीं रहेगा? समाज बचपन से ही लड़कियों को यह सिखाता है कि उनकी सबसे बड़ी पूंजी उनकी शारीरिक सुंदरता है। जब तक महिलाएं स्वयं को वस्तु मानने से इंकार नहीं करेंगी, यह प्रवृत्ति बनी रहेगी। परिवर्तन के लिए, महिलाओं को अपनी गरिमा पहचाननी होगी और समाज को सही परवरिश देनी होगी।<br /><br />🎧 सुनिए #आचार्यप्रशांत को Spotify पर:<br />https://open.spotify.com/show/3f0KFweIdHB0vfcoizFcET?si=c8f9a6ba31964a06<br /><br />संगीत: मिलिंद दाते<br />~~~~~